व्यस्तता उसी दोहे को याद दिलाती थी- बिगड़ी बात बने नहीं, लाख करो तिन कोय ! व्यस्तता उसी दोहे को याद दिलाती थी- बिगड़ी बात बने नहीं, लाख करो तिन कोय !
कोई जब भी प्रेम बाबू से गाँव छोड़कर शहर जाने की बात करता तो उन्हें एक अजीब किस्म के दर्... कोई जब भी प्रेम बाबू से गाँव छोड़कर शहर जाने की बात करता तो उन्हें ...
हिंदी साहित्य में अंग्रेजी के प्रयोग के विरोध में एक रचना प्रस्तुत है । हिंदी साहित्य में अंग्रेजी के प्रयोग के विरोध में एक रचना प्रस्तुत है ।
"भैया तू लोगन हयो पूरा बुड़बक। अरे ससुर सेमिनार अउर भाषण से का उखारोगे---बाबा जी का ............. "भैया तू लोगन हयो पूरा बुड़बक। अरे ससुर सेमिनार अउर भाषण से का उखारोगे---बाबा जी ...
भगवान विष्णु मुस्कराऐ और बोले,"वत्स वर्षों से तुम मेरी तपस्या कर रहे हो बोलो तुम्हें क्या चा... भगवान विष्णु मुस्कराऐ और बोले,"वत्स वर्षों से तुम मेरी तपस्या कर रहे हो ...